कंप्यूटर के पार्ट्स और उनके कार्य (Parts of Computer in Hindi)

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दोस्तो पिछले आर्टिक्ल में हमने आपके साथ में कंप्यूटर क्या है? इसकी परिभाषा के बारे में बताया था। आज हम आपको कंप्यूटर के उन सभी जरूरी पार्ट के बारे में बताने वाले है, जो कंप्यूटर को चलाने के लिए महत्वपूर्ण है।

कंप्यूटर के इनपुट डिवाइस, आउटपुट डिवाइस और इनका क्या क्या कार्य है? इससे जुड़ी सभी जानकारी आपको आज मिल जाएगी। आप जब भी कंप्यूटर खरीदते है तो उसके साथ में काफी सारे अलग अलग कंप्यूटर के पार्ट होते है।

Table of Contents

कंप्यूटर के पार्ट्स (Computer ke parts)

कंप्यूटर के अंदर उसकी कार्यप्रणाली में अनेक प्रकार के पार्ट जुड़े होते है, जो उसे एक समूचा मशीन बनाती है। इन पार्ट को इनकी स्ट्रक्चर और काम के आधार पर 4 भागो में Divided किया गया है।

  1. कैबिनेट केस (Cabinet Case)
  2. इनपुट डिवाइस (Input Devices)
  3. आउटपूट डिवाइस (Output Devices)
  4. स्टोरेज डिवाइस (Storage Devices)

कैबिनेट केस (Cabinet Case)

कैबिनेट केस कंप्यूटर का वह पार्ट होता है जो प्लास्टिक यां मेटल का बना हुआ एक बॉक्स टाइप होता है। जिसके अंदर ऑन ऑफ का बटन, इसके अलावा यूएसबी लगने के पोर्ट होते है।

कैबिनेट केस के अंदर कंप्यूटर के सभी जरूरी पार्ट जैसे सीपीयू, मदरबोर्ड और पावर सप्लाइ जुड़ी हुई होती है। सीपीयू के डिब्बे को ही कैबिनेट कहा जाता है।

  1. मदरबोर्ड (Mother Boards)
  2. सीपीयू (CPU)
  3. मेमोरी (Memory)
  4. पावर सप्लाइ यूनिट (Power Supply Unit)

मदरबोर्ड (Mother Boards)

कंप्यूटर के सबसे महत्वपूर्ण हिस्सों में से एक मदरबोर्ड है, जिसके अंदर कंप्यूटर के अलग अलग पार्ट जैसे कीबोर्ड, माऊस, मॉनिटर आदि जुड़े हुए होते है।

मदरबोर्ड के अंदर मेमोरी, रेम, रॉम, हार्ड डिस्क, विडियो कार्ड सभी जुड़े हुए होते है। यह देखने में एक लंबे सरकट में रूप में होता है।

मदर बोर्ड के दो और नाम System Board, Logical Board भी है।

सीपीयू (CPU)

सीपीयू को कंप्यूटर का दिमाग भी कहा जाता है। कंप्यूटर के अंदर सीपीयू ही प्रोसेसिंग का काम करता है।

बिना सीपीयू के कंप्यूटर किसी भी प्रकार के इनपुट को प्रोसैस नहीं कर पाएगा सभी पार्ट सीपीयू के साथ में कन्नेक्टेड होते है।

सीपीयू की फुल फॉर्म सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट है।

मेमोरी (Memory)

कंप्यूटर के जिस भाग के अंदर डाटा सेव होता है मेमोरी कहलाती है। इसके अंदर कंप्यूटर के द्वारा प्रोसेसिंग करके आउटपुट के रूप में दी गयी इन्फॉर्मेशन में सेव रहता है।

मेमोरी भी आगे अलग अलग प्रकार की होती है, मेमोरी भी मदरबोर्ड के साथ में कनैक्ट होती है। मेमोरी में सेव डाटा को कंप्यूटर read और rewrite कर सकता है।

पावर सप्लाइ यूनिट (Power Supply Unit)

जब कंप्यूटर के अंदर स्विच की मदद से लाइट जाती है तो वह Alternating Current (AC) होता है। इस AC लाइट को DC में कन्वर्ट करने का काम पावर सप्लाइ यूनिट करती है।

पावर सप्लाइ यूनिट की मदद से ही पूरे computer के अंदर लाइट सप्लाइ होती है। Power Supply Unit कंप्यूटर के अंदर मदरबोर्ड के साथ में कोनेक्ट होती है।

इनपुट डिवाइस (Input Devices)

यूजर के द्वारा कंप्यूटर के अंदर इन्सट्रक्शन देने के लिए जिन भी कोंपोनेड का इस्तेमाल किया जाता है, उन्हे इनपुट डिवाइस कहते है। यानि की कंप्यूटर में इनपुट देने के लिए इस्तेमाल होने वाले डिवाइस को Input Device कहा जाता है।

इनपुट डिवाइस की मदद से ही सीपीयू को यूजर इन्सट्रक्शन देता है, जिसके बाद प्रोसेसिंग होकर आउटपुट मिलता है।

  1. कीबोर्ड (Keyboard)
  2. माऊस (Mouse)
  3. ट्रैकबॉल (Trackball)
  4. जॉयस्टिक (Joystick)
  5. लाइट पेन (Light Pen)
  6. स्कैनर (Scanner)
  7. ओसीआर (OCR)
  8. ओएमआर (OMR)
  9. बीसीआर (BCR)
  10. एमआईसीआर (MICR)
  11. टच स्क्रीन (Touch Screen)
  12. डिजिटल कैमरा (Digital Camera)
  13. माइक्रोफोन (Microphone)
  14. स्मार्ट कार्ड रीडर (Smart Card Reader)
  15. ग्राफिक्स टैबलेट (Graphics Tablet)
  16. विडियो कैप्चर हार्डवेयर (Video Capture Hardware)

कीबोर्ड (Keyboard)

Keyboard Computer के एक सबसे महत्वपूर्ण इनपुट डिवाइस में से एक है। जिसकी मदद से आप टेक्स्ट, नंबर, सिम्बल आदि की कंप्यूटर को इन्सट्रक्शन दी जाती है।

Keyboard में आगे अलग अलग कमांड जैसे typing keys, numeric keys, function keys, cursor control key, special purpose key आदि होती है। अलग अलग प्रकार के इनपुट के लिए इन सभी का इस्तेमाल किया जाता है।

माऊस (Mouse)

माऊस कंप्यूटर का एक पोइंटिंग डिवाइस है, जिसे हाथ से कंट्रोल करके कंप्यूटर को कर्सर की मदद से इनपुट यां इन्सट्रक्शन दी जाती है।

माऊस के अंदर राइट क्लिक, लेफ्ट क्लिक, अप डाउन के लिए स्क्रॉल होता है। माऊस का आविष्कार डगलस एंजलबर्ट ने किया था।

ट्रैकबॉल (Trackball)

Trackball भी एक Pointing Device है, जिसका इस्तेमाल कर्सर को x और y अक्ष में ऊपर नीचे ले जाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह माऊस के अंदर बॉल की तरह यां अलग भी हो सकता है।

जॉयस्टिक (Joystick)

जोयस्टिक कंप्यूटर के अंदर गेम खेलने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके अंदर एक से अधिक key होती है, जिसकी मदद से गेम को कंट्रोल किया जाता है।

इस इनपुट डिवाइस का इस्तेमाल ज़्यादातर कंप्यूटर में विडियो गेम खेलने के लिए कंसोल के रूप में ही किया जाता है।

लाइट पेन (Light Pen)

कंप्यूटर के अंदर डाटा को डाइरैक्ट इन्सर्ट करने के लिए लाइट पेन का इस्तेमाल किया जाता है। Light Pen भी एक Pointing Device ही है।

Light Pen की एलेक्ट्रोनिक छड़ कंप्यूटर की स्क्रीन पर पिक्सल बनाकर लाइट इमेज तैयार करती है।

स्कैनर (Scanner)

स्कैनर का इस्तेमाल कंप्यूटर में किसी हार्ड कॉपी की सॉफ्ट कॉपी तैयार करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह किसी इमेज, टेक्स्ट, फ़ाइल, डॉकयुमेंट को किसी हार्ड कॉपी से स्कैन करके उसे कंप्यूटर में सॉफ्टकॉपी के रूप में देता है।

स्कैनर हमेशा जो फ़ाइल स्कैन करता है, उसे पिक्चर फॉर्मेट में सेव करता है।

ओसीआर (OCR)

OCR की फुल फॉर्म Optical Character Recognition है, इसकी मदद से स्कैन किए हुए डाटा के अंदर से अक्षरों को पहचानने में किया जाता है।

ओएमआर (OMR)

OMR की फुल फॉर्म Optical Mark Reader है, आपने OMR Sheet का नाम तो सुना होगा। OMR Sheet के को स्कैन करने के लिए Optical Mark Reader का इस्तेमाल किया जाता है।

OMR Sheet को लेजर लाइट की मदद से स्कैन किया जाता है, ओएमआर शीट एक इनपुट डिवाइस है।

बीसीआर (BCR)

BCR का मतलब Bar Code Reader है, इसका इस्तेमाल ज़्यादातर बड़े मॉल यां शॉरूम के अंदर Bar Code को स्कैन करने के लिए किया जाता है। यह इनपुट को लेकर उसे आउटपुट में कन्वर्ट करता है।

आपने मॉल में देखा होगा की प्रॉडक्ट को एक मशीन से स्कैन करके उसका प्राइस पता लगाया जाता है, उसे BCR कहा जाता है। यह कंप्यूटर का एक बड़े काम का इनपुट डिवाइस है।

Bar Code हमेशा मशीन लैड्ग्वेज में बनते है।

एमआईसीआर (MICR)

MICR की फुल फॉर्म Magnetic Ink Character Recognition है, इस इनपुट डिवाइस का इस्तेमाल चेक पर लिखे गए स्पेशल कोड को Read करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

टच स्क्रीन (Touch Screen)

टच स्क्रीन की मदद से हम स्क्रीन को टच करके कंप्यूटर को इनपुट देते है। touch screen को उंगली से टच करके यां Stylus pen की मदद से इनपुट दिया जाता है।

डिजिटल कैमरा (Digital Camera)

डिजिटल कैमरा की मदद से फोटो विडियो को कंप्यूटर लेता है। इसकी मदद से किसी की फोटो क्लिक करना और विडियो रेकॉर्ड करके कंप्यूटर को सेंड की जाती है।

माइक्रोफोन (Microphone)

माइक्रोफोन का इस्तेमाल कंप्यूटर को हमारी वॉइस भेजने के लिए किया जाता है। माइक्रोफोन हमारी वॉइस को सुनकर उसे कंप्यूटर को देता है।

स्मार्ट कार्ड रीडर (Smart Card Reader)

मेमोरी कार्ड को कंप्यूटर के साथ कनैक्ट करने के लिए स्मार्ट कार्ड रीडर का इस्तेमाल होता है।

ग्राफिक्स टैबलेट (Graphics Tablet)

Graphics Tablet का इस्तेमाल कम्यूटर में चित्र, एनिमेशन और ग्राफिक्स बनाने के लिए किया जाता है।

विडियो कैप्चर हार्डवेयर (Video Capture Hardware)

विडियो को Record करने के लिए इस्तेमाल होने वाले डिवाइस भी इनपुट डिवाइस है। आपने देखा होगा की काफी बार आँखें स्कैन करने के लिए एक छोटे video capture hardware का इस्तेमाल किया जाता है।

आउटपूट डिवाइस (Output Devices)

कंप्यूटर में यूजर के द्वारा दी गयी इन्फॉर्मेशन को प्रोसेसिंग करके आउटपुट को देने के लिए कंप्यूटर जिन डिवाइस का इस्तेमाल करता है उन्हे आउटपुट डिवाइस कहते है।

आउटपुट डिवाइस ही कंप्यूटर द्वारा दिये डाटा को यूजर के पढ़ने, समझने और देखने योग्य बनाता है।

मोनिटर (Monitor/VDU)

Monitor Computer के अंदर आउटपुट की सॉफ्टकॉपी प्रोवाइड करने का काम करता है। इसे VDU भी कहा जाता है जिसका मतलब Visual Display Unit होता है।

Monitor Softcopy Output Device है, जो आउटपुट की इमेज स्क्रीन पर शॉ करता है।

प्रिंटर (Printer)

प्रिंटर का एक हार्ड कॉपी आउटपुट डिवाइस है, जो सॉफ्टकॉपी डाटा को हार्डकॉपी में कन्वर्ट करके यूजर को देता है।

प्रिंटर आउटपुट को प्रिंट करके एक physical फॉर्मेट में प्रोवाइड करता है। प्रिंटर की आगे अलग अलग कैटेगरी होती है।

स्पीकर (Speaker)

कंप्यूटर की वॉइस को सुनने के लिए स्पीकर का इस्तेमाल किया जाता है। Speaker Computer की साउंड को प्ले करने के काम आता है। साउंड कार्ड मदर बोर्ड के साथ में जुड़ा हुआ होता है।

प्लोट्टर (Plotter)

बड़े बड़े पोस्टर को प्रिंट करने के लिए इस्तेमाल होने वाले आउटपुट डिवाइस को प्लोट्टर कहा जाता है। Flex, Banner आदि को प्रिंट इसके द्वारा ही किया जाता है।

प्रॉजेक्टर (Projector)

प्रोजेक्टर की मदद से हम किसी भी फोटो, विडियो, फ़ाइल, डॉकयुमेंट को पर्दे पर उतार सकते है। आपने सिनेमा में देखा होगा की एक मशीन के द्वारा स्क्रीन पर मूवी चलायी जाती है, उस मशीन को ही प्रॉजेक्टर कहा जाता है।

Projecter की मदद से आप कोई भी मूवीस, विडियो को स्क्रीन पर चला सकते है।

स्टोरेज डिवाइस (Storage Devices)

कंप्यूटर के अंदर डाटा को स्टोर और read/rewrite करने के लिए इस्तेमाल होने वाले डिवाइस को Storage Device कहा जाता है।

हार्ड डिस्क ड्राइव (Hard Disk Drive)

Large amount में डाटा को सेव करने के लिए हार्ड डिस्क का इस्तेमाल किया जाता है। कंप्यूटर में हार्ड डिस्क मदर बोर्ड के साथ में कनैक्ट होती है। external hard disk को बाहर से भी कम्प्युटर के साथ कनैक्ट किया जा सकता है।

Hard Disk में डाटा को Magnetic Technique का इस्तेमाल किया जाता है, इसलिए इसे Magnetic Disk कहा जाता है।

कॉम्पैक्ट डिस्क (CD)

सीडी में डाटा को एक बार में राइट करके बार बार read किया जाता है। CD में डाटा को लेसर टेक्निक की मदद से स्टोर किया जाता है।

CD को Optical Disk भी कहा जाता है, इसके 700 – 750 एमबी डाटा ही स्टोर कर सकते है।

Digital Versatile Disk (DVD)

DVD भी CD की तरह ही होती है परंतु इसके अंदर 4 जीबी से लेकर 17 जीबी तक डाटा स्टोर किया जाता है। इसमें भी लेसर टेक्निक की मदद से डाटा स्टोर किया जाता है और इसे Digital Video Disc भी कहा जाता है

फ्लॉपि डिस्क ड्राइव (Floppy Disk Drive)

सबसे कम स्टोरेज capacity floppy disk की होती है। इसमें magnetic technique की मदद से डाटा स्टोर किया जाता है।

यूएसबी (USB)

USB की फुल फॉर्म Universal Serial Bus है, जिसमें हम डाटा स्टोर कर सकते है और कहीं भी ले जा सकते है। इसे आम भाषा में हम पेन ड्राइव भी कहते है।

निष्कर्ष –

तो दोस्तो हमने आपको इस आर्टिक्ल के अंदर कंप्यूटर के पार्ट कौनसे है? इनपुट डिवाइस, आउटपुट डिवाइस, स्टोरेज डिवाइस सभी की जानकारी शेयर की है। आपको कंप्यूटर के पार्ट के बारे में शेयर की गयी यह जानकारी पसंद आई होगी और आपके लिए उपयोगी होगी।

आपको इसके अलावा भी कंप्यूटर के किसी अन्य पार्ट के बारे में पता है तो कमेंट में जरूर बताएं। आर्टिक्ल अपने दोस्तों के साथ में शेयर करें और हमारे ब्लॉग को बूक्मार्क करना न भूलें।

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